प्रदेश के 20 लाख बच्चों का डाटा अपलोड, इसके बाद ही रेशनेलाइजेशन फिर तबादला होना
प्रदेशभर में सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को ऑनलाइन तबादला ड्राइव चलने की लंबे समय से इंतजार है। इसी शैक्षणिक सत्र में तबादला ड्राइव का एलान करते हुए शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के निर्देशानुसार रेशनेलाइजेशन (युक्तिकरण) की कमेटी भी गठित कर दी गई लेकिन अभी तक स्कूलों की तरफ से विभाग के मैनेजमेंट इंफॉर्मेशन सिस्टम (एमआईएस) पोर्टल पर एक लाख बच्चों का डाटा ही अपलोड नहीं करने से तबादला ड्राइव अटक गया है। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा की तरफ से शिक्षा विभाग को इस प्रक्रिया में आने वाली दिक्कतों को दूर करके जल्द सभी विद्यार्थियों का डाटा अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसी डाटा के आधार पर स्कूलों में रेशनेलाइजेशन पूरा करके शिक्षकों का ऑनलाइन तबादला ड्राइव शुरू करना है। प्रदेशभर में 14 हजार 224 सरकारी स्कूलों में पहली से लेकर 12वीं कक्षा तक तकरीबन 21 लाख विद्यार्थी हैं। अभी तक स्कूलों की तरफ से तकरीबन 20 लाख विद्यार्थियों का ही डाटा एमआईएस पोर्टल पर अपलोड किया जा सका है। इसी डाटा के आधार पर कमेटी रेशनेलाइजेशन की प्रक्रिया पूरी कर विभाग को सौंपना है।
देरी में यह भी एक वजह
दरअसल, सरकारी मॉडल संस्कृति (जीएमएस) और पीएमश्री स्कूलों में नियुक्ति के लिए होने वाले टेस्ट के बाद ट्रांसफर की प्रक्रिया को शुरू हो चुकी है। छह जून से 13 जून की रात 10:00 बजे तक आवेदन स्वीकार किया जा रहा है। यह भी शिक्षकों के तबादला ड्राइव में देरी का एक कारण है।
तीन कमेटी में 15 अधिकारी
22 जिलों में शिक्षकों के रेशनेलाइजेशन को लेकर पांच कमेटियां गठित की हैं। इनमें शिक्षा विभाग में तैनात चार एचसीएस सहित कुल 15 अधिकारी लीड कर रहे हैं। इन कमेटियों की जिम्मेदारी प्रत्येक स्कूल में विषयवार शिक्षकों की कमी और वृद्धि की सूची तैयार करनी थी
प्रदेश में शिक्षकों के ऑनलाइन तबादला ड्राइव को चलाने में कुछ प्रक्रिया चल रही हैं, जिन्हें पूरा करके जल्द ही ड्राइव शुरू किया जाएगा। सरकार के निर्देशानुसार इस संबंध में शिक्षा विभाग की तरफ से प्रक्रिया जारी है।
MIS डाटा समस्या: एमआईएस पोर्टल पर एक लाख बच्चों का डाटा अधूरा, शिक्षकों का तबादला ड्राइव अटका
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