जींद में अवैध अतिक्रमण हटाने पहुँचे एक ईमानदार दलित अधिकारी के साथ भाजपा विधायक द्वारा किया गया व्यवहार अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
अगर एक सरकारी अधिकारी को अपने कर्तव्य का पालन करने पर सार्वजनिक रूप से अपशब्द कहे जाएंगे, तो यह प्रदेश की पूरी नौकरशाही के मनोबल पर सीधा हमला है।
यह ना सिर्फ़ एक अधिकारी का अपमान है, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था और कानून के शासन का भी अपमान है।
जनप्रतिनिधियों का कर्तव्य है कि वे कानून का सम्मान करें और अधिकारियों का मनोबल बढ़ाएं - ना कि उन्हें अपमानित करें।
जींद में अवैध अतिक्रमण हटाने पहुँचे दलित अधिकारी के साथ विधायक द्वारा किया गया निंदनीय व्यवहार।
0 Comments