गांव नथोर में एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने का एक अद्वितीय प्रयास देखने को मिला है। गांव के 800 साल पुराने कुयें पर आयोजित एक शानदार कार्यक्रम में नाबार्ड और ग्राम पंचायत ने इस विरासत को संरक्षित करने के अपने प्रयासों को प्रदर्शित किया है।
इतिहास और महत्व
नथोर गांव का यह प्राचीन कुआं न केवल पानी का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, बल्कि यह गांव की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 800 साल से अधिक पुराना यह कुआं गांव के इतिहास और परंपराओं का एक जीवंत प्रतीक है।
नाबार्ड और ग्राम पंचायत की पहल
नाबार्ड और ग्राम पंचायत ने मिलकर इस प्राचीन कुयें को संरक्षित करने और इसके महत्व को बढ़ावा देने के लिए एक संयुक्त प्रयास शुरू किया है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, उन्होंने न केवल इस विरासत को सहेजने के अपने प्रयासों को प्रदर्शित किया है, बल्कि स्थानीय समुदाय को भी इसके महत्व के बारे में जागरूक किया है।
कार्यक्रम की विशेषताएं
कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्राचीन कुयें का भ्रमण, और इसके इतिहास और महत्व पर चर्चा शामिल थी। इस अवसर पर, नाबार्ड और ग्राम पंचायत ने इस विरासत को संरक्षित करने के लिए अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।
निष्कर्ष
नथोर गांव में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल इस प्राचीन कुयें के महत्व को उजागर किया है, बल्कि नाबार्ड और ग्राम पंचायत के संयुक्त प्रयासों को भी प्रदर्शित किया है। यह एक अद्वितीय उदाहरण है कि कैसे स्थानीय समुदाय और संगठन मिलकर अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को सहेज सकते हैं और इसके महत्व को बढ़ावा दे सकते हैं।
800 साल पुराने कुयें पर शानदार कार्यक्रम, नाबार्ड व ग्राम पंचायत की पहल
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